[:hi]आम का मुरब्बा तो खाया होगा, कभी तरबूज का मुरब्बा भी बना करके देखिएं।[:]
सामग्री
तरबूज के मोटे छिलके – 1.5 कि.ग्रा तरबूज से निकाले गये चीनी – 1कप छोटी इलाइची – 4 जायफल पाउडर – 1-2 चुटकीविधि
[:hi]तरबूज के मोटे छिलके को छील लीजिये। डार्क ग्रीन सख्त छिलका छील कर हटा दीजिये। और 1 -1 इंच के टुकड़े काट कर तैयार कर लीजिये। तरबूज के छिलके को ब्लांच कर लीजिये, किसी बर्तन में इतना पानी भर कर गरम करने रखिये कि तरबूजे के छिलके उसमें आसानी से डूब जाएं। पानी में उबाल आने पर तरबूज के टुकड़े पानी में डाल दीजिये और ढ़ककर 5 मिनिट तक उबलने दीजिये। गैस बन्द कर दीजिये और तरबूज के टुकड़े पानी से निकाल लीजिये। एक बर्तन में तरबूज के ब्लांच किए हुए टुकड़े डालिये। उनके ऊपर चीनी डाल दीजिये और ढककर 2 घंटे के लिए रख दीजिए। चीनी तरबूज के पानी में घुल कर रस बना लेती है। अब इन तरबूज के टुकड़ों को चीनी के रस में धीमी आग पर पकने के लिये रख दीजिये। इलाइची पाउडर और जायफल डालकर मिला दीजिये और चाशनी को गाड़ा होने तक पका लीजिये। चाशनी को चैक कर लीजिये 1-2 बूंद चाशनी किसी प्लेट में गिराइये और ठंडी होने पर उंगली और उंगूठे के बीच चिपका कर देखिये। चाशनी में तार बनने लगता है। तब चाशनी बन गई है। गैस बन्द कर दीजिये। यदि चाशनी में तार नहीं बन रहा है तब मुरब्बे को थोड़ा और पकाइये। मुरब्बे को इसी चाशनी में रहने दीजिये।रोजाना दिन में एक बार चमचे से चलाकर ऊपर नीचे कर दीजिये। 2-3 दिन बाद चाशनी को फिर से चैक कर लीजिये। अगर चाशनी पतली लग रही है तब मुरब्बा को चाशनी गाढ़ी होने तक फिर से पका लीजिये। तरबूज के छिलके का मुरब्बा बन कर तैयार है।
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