मटर की कचौरी

नाश्ते में गर्मा-गरम मटर की कचौरी खाने का आनंद ही कुछ और है

सामग्री

आटा गूथने के लिये

गेहूं का आटा/मैदा 2 कप तेल 2 बड़े चम्मच नमक स्वादानुसार

कचौरी के लिये

हरी मटर 1 कप धनिया पाउडर 1 चम्मच सौंफ पाउडर 1 चम्मच जीरा 1/2 चम्मच गरम मसाला पाउडर 1/4 चम्मच लाल मिर्च पाउडर 1/4 चम्मच अमचूर पाउडर 1/4 चम्मच, हींग 2 चुटकी हरी मिर्च 2 (बारीक कतरी हुई) अदरक 1 इंच हरा धनिया 1 चम्मच तेल आवश्यकतानुसार नमक स्वादानुसार

विधि

आटे को छानकर नमक और तेल डाल कर अच्छी तरह मिला लें। लगभग 1/2 कप पानी की सहायता से आटे को नरम गूथ लें। आटे को ज्यादा मसलना नहीं है, सिर्फ उसे गूथना है। आटा गूथने के बाद उसे ढ़क कर 30 मिनट के लिए रख दें।

मटर के दानों को धो कर दरदरा पीस लें। इसके बाद कढ़ाई में 2 बड़े चम्मच तेल डाल कर गरम करें। तेल गरम होने पर उसमें हींग और जीरा का तड़का लगायें। इसके बाद तेल में सौंफ पाउडर, धनिया पाउडर, कटी हुई हरी मिर्च, कद्दूकस की हुई अदरक डालें और थोड़ा सा भून लें।

ढ़ाई में पिसी हुई मटर डाल, लाल मिर्च पाउडर, गरम मसाला पाउडर, अमचूर पाउडर, हरी धनिया और नमक डालें और चलाते हुए 4 मिनट तक भून लें और फिर गैस बंद कर दें। अब कचौरियों को भरने के लिये भरावन तैयार है

तेल डालें और गरम करें।

आटे में से छोटे नींबू के बराबर आटा लें और उसे बेल कर चपटा कर लें। इसके बाद एक छोटा चम्मच भरावन सामग्री बेली हुई पूरी के बीच में रखें और चारों ओर आटे की लोई उठाकर दबाते हुए भरावन को बंद कर दें।

लो ई को दोनों हाथों की हथेलियों के बीच में रखकर गोल कर लें फिर उसे दबा-दबा कर कचौरी के आकार का बना लें। कचौरी में भरावन सामग्री रखने के बाद कभी भी उसे बेलन से न बेलें, नहीं तो कचौरी फटने का डर रहता है और कचौरी खस्ता भी नहीं बनती है।

च को हल्का कर दें और कढ़ाई में 3-4 कचौरियां डालें और उलट-पुलट कर सुनहरा होने तक तल लें। कचौरियों को तलने के बाद एक प्लेट में नैपकिन पेपर बिछा कर उसपर निकाल कर रखते जाएं।

गर्मा-गरम प्लेट में निकालें और सूखी सब्जी या फिर मनचाही चटनी के साथ आनंद लें।