राजस्थान का यह प्रमुख व्यंजन अपने स्वाद और जायके के कारणदुनियाभर में प्रसिद्ध है।
सामग्री
मलाई वाला दूध – 2 कप बासमती चावल – 1/2 कप चीनी – 1/2 कप बारीक कटे हुए बादाम – 2 छोटे चम्मच किशमिश – 2 छोटे चम्मच इलाइची पाउडर – 1/4 छोटे चम्मच केसर की लड़ियाँ – 4-5 चम्मच के छोटे दाख काजूविधि
एक पैन में दूध लें और उसे मध्यम आंच पर उबालें।
अलग बर्तन में बासमती चावल लेकर उन्हें साफ पानी से अच्छे से धो लें।
धुले हुए चावल को पानी से निकालकर उबले हुए दूध में डाल दें।
मिश्रण को चम्मच की सहायता से तब तक हिलाते रहें जब तक की चावल दूध में अच्छे से घुल नहीं जाए।
लगभग 15-20 मिनट के बाद जब चावल दूध में अच्छे से घुल जाए, तब इसमें कटी हुई बादाम और किशमिश डालकर मिला लें।
अब गैस को धीमी आंच पर कर दें, और धीमी आंच पर चावल अच्छे से पकने दें।
मिश्रण को थोड़ी-थोड़ी देर पर हिलाते रहें, इससे किशमिश और बादाम बर्तन के तल पर नहीं चिपक सकेगा।
थोड़ी देर (लगभग 10 मिनट) बाद जब चावल दूध को सोख लेगा तब मिश्रण थोड़ा गाढ़ा होने लगेगा।
अब इस मिश्रण में चीनी और इलाइची पाउडर डालकर इसे अच्छे से मिलाते रहें।
धीरे-धीरे मिश्रण में दूध पूरी तरह से दिखाई देना बंद हो जाएगा और मिश्रण भली-भांति गाढ़ा हो चुका होगा।
अब आप गैस बंद कर दीजिए।
खीरानन्द तैयार है।
इसे चम्मच की सहायता से प्लेट या कटोरी में निकाल लें
अधिक स्वाद, जायके एवं सजावट के लिए आप इसमें ऊपर से अतिरिक्त अन्य सूखे मेवे जैसे – छोटे दाख, काजू, बादाम और केसर की लड़ियाँ भी डाल सकते हैं।